नहीं रही पूर्व मंत्री सुनीता सिंह चौहान , अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में प्रदेश मुख्यालय में दी गई भावपूर्ण श्रद्धाजंली
रायबरेली जनपद से विधान सभा और विधान परिषद अर्थात दोनों सदनों का सदस्य होने का गौरव हासिल करने वाली पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री सुनीता सिंह चौहान का सोमवार को राजधानी लखनऊ के सहारा हास्पिटल में निधन हो गया | यह खबर रायबरेली में पहुँचने के बाद से ही कांग्रेस के साथ - साथ दूसरे दलों के नेताओं और आम आदमी के बीच शोक की लहर व्याप्त हो गई | रायबरेली की राजनीति में बीते जबाने की बेहद भद्र - सशक्त व्यक्तित्व की यह नेत्री लीवर एवं किडनी इंन्फेक्शन की गंभीर बीमारी से पीड़ित थी जिसके चलते वह मृत्यु के हाथों पराजित हुई.1955 में कांग्रेस पार्टी के राज्य इकाई में सचिव के पद से राजनीतिक यात्रा की शुरुआत किया और शीघ्र ही वे 1957 में सलोन विधान से विधान सभा सदस्य निर्वाचित हुई | इसके बाद 1962 में स्वर्गीय सुनीता सिंह चौहान विधान परिषद के लिए चुनी गई और दल की ओर से सचेतक बनाई गई | वे 1974 में सदर विधानसभा से और फिर 1977 - 80 में सरेनी विधान सभा से विधायक बनी | 1982 में उनको स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के मंत्रीमंडल में शिक्षा मंत्री बनने का अवसर मिला | गांधीवादी मूल्यों और कांग्रेस पार्टी के प्रति गहरे समर्पण - निष्ठावान होने के नाते उनकों पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की नजदीकी प्राप्त हुई |
खीरों के पाहों गाँव के रहने वाले एक प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीकांत सिंह चौहान के साथ उनका विवाह संपन्न हुआ था जिनका कुछ समय पूर्व स्वर्गवास हो गया था , इसके बाद से ही वे बीमार रहने लगी थी | श्रीकांत सिंह चौहान रायबरेली जनपद के गिने - चुने नागरिकों में शामिल थे जिन्होंने जाने - माने गांधीवादी समाजसेवी और महान देशभक्त विनोबा भावे के साथ मिलकर भूदान आंदोलन में सक्रिय भूमिका का निर्बहन किया था | कांग्रेस पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में गहरी पीड़ा थी | मिलने वालों से वे अक्सर कहा करती थी कि आपसी कलह से दूर रहकर संगठन को सशक्त बनाया जाये और इसके लिए युवाओं को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी दी जाये | कांग्रेस पार्टी के सर्वाधिक महत्वपूर्ण चेहरे सांसद राहुल गांधी को वे एक क्षमतावान राजनेता मानती थी | उनका कहना था कि आने वाले समय में राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस एक मजबूत दल के रुप में उभरेगी |
रायबरेली में तो पूर्व मंत्री सुनीता सिंह चौहान के व्यक्तिव और कृतित्व को याद करके अनेक जगहों पर श्रद्धाजंली दी गई , आम नागरिक उनके ना रहने को लेकर भावुक हुआ | उत्तर प्रदेश कांग्रेस के राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में उनको भावपूर्ण श्रद्धाजंली दी गई | प्रदेश अध्यक्ष , कांग्रेस के साथ - साथ विभिन्न वक्ताओं ने उनके राजनीतिक योगदान पर चर्चा किया | इस संवाददाता ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अशोक सिंह से उनके विचार पूछे तो उन्होंने कहा कि सुनीता सिंह चौहान कांग्रेस परिवार की वरिष्ठ सदस्य थी जिनके ना रहने पर पूरी पार्टी दु:खी हैं | उन्होंने एक मंत्री / विधायक और कांग्रेस पार्टी की नेत्री के रुप में अहम भूमिका का निर्बहन किया और आम जनता के प्रति जबाबदेह रही | अशोक सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रति निष्ठा और आम लोगों की समस्याओं के समाधान में संवेदनशील जागरूकता पूरी कांग्रेस पार्टी सहित हम युवाओं को सदैव प्रेरित करती रहेगी | कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही स्व. सुनीता सिंह चौहान के घर जाकर शोक संवेदना प्रगट करेगा और इस दु:ख में उनके परिजनों -शुभचिंतकों के साथ सहभागी बनेगा |