राज्य महिला आयोग ने महिला उत्पीड़न की गम्भीर घटनाओं का स्वतः लिया संज्ञान
लखनऊ। उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की गम्भीर घटनाओं पर रोकथाम और पीडि़त महिलाओं को त्वरित न्याय दिलायें जाने के उद्देश्य से विभिन्न दैनिक समाचार पत्रों/विभिन्न इलेक्ट्रानिक मीडि़या के चैनलों में प्रकाशित/प्रसारित घटनाओं का स्वतः संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजते हुए कृत कार्यवाही की आख्या मांगी गयी।
जनपद लखनऊ के ’’इलाज के लिए घंटों तड़पी नर्स, निजी अस्पताल में भर्ती’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये कुलपति के.जी.एम.यू. लखनऊ को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद बाराबंकी के ’’बाराबंकी में छेड़खानी से क्षुब्ध किशोरी ने जान दी’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक बाराबंकी को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद सुल्तानपुर के ’’ससुराल पहुंचकर पत्नी का काटा सिर’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद रायबरेली के ’’पांच साल की बच्ची से रेप, केस दर्ज’’ व ’’रायबरेली में पिता ने पुत्री से किया दुराचार’’ विषयक प्रकाशित घटना का संज्ञान लेते हुये पुलिस अधीक्षक रायबरेली को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद आगरा के ’’दंबगों ने दलित महिला का शव दाह संस्कार करने से रोका’’ विषयक प्रसारित घटना का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक आगरा को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद फर्रूखाबाद के ’’दबंग युवक कई दिनों से नर्स से कर रहे थे छेड़छेड़’’ विषयक प्रसारित घटना का संज्ञान लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फर्रूखाबाद को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।
जनपद मेरठ के ’’महिला व उसकी बेटी को उतारा मौत के घाट’’ विषयक प्रसारित घटना का संज्ञान लेते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ को पत्र प्रेषित कर तत्काल आख्या मंगायी गयी।