आज की व्यस्त जीवनशैली में जीने वाले मनुष्य की दुख निवृत्ति, सुख प्राप्ति तथा अस्तित्व रक्षा का सरलतम उपाय भक्ति मार्ग ही है


दुर्लभ मानव शरीर प्राप्त करने के उपरांत हमारे जीवन का परम प्रिय सांसारिक सुख उपलब्धि नहीं इंद्रियों का भरण पोषण ही नहीं अपितु नैसर्गिक प्रभु कृपा से उपलब्ध आनंद है।


इस आनंद को प्राप्त करने के लिए ज्ञान, वैराग्य, भक्ति आदि के अनेक मार्ग हैं। परंतु इन मार्गों में भी सहज सरल एवं शीघ्र प्रभु कृपा प्राप्त करने का मार्ग भक्ति मार्ग ही है। 


आज की व्यस्त जीवनशैली में जीने वाले मनुष्य की दुख निवृत्ति, सुख प्राप्ति तथा अस्तित्व रक्षा का सरलतम उपाय भक्ति मार्ग ही है।


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