कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने किया ध्वजारोहण
लखनऊ। 74वें स्वत्रंता दिवस (15अगस्त) के पावन पर्व पर आज यहां उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू द्वारा परम्परागत तरीके से ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गयी। ध्वजारोहण कार्यक्रम की शुरूआत कांग्रेस सेवादल द्वारा ध्वजवन्दन एवं राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम से हुआ।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और मौजूद कांग्रेसजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे देश की अनेकता में एकता की विशिष्ट पहचान है। सभी धर्मों का समान आदर की परम्परा और एकता में विश्वास रखने वाला देश है। हम सब लोग आज के शुभ अवसर पर उन तमाम अमर शहीदों को याद करते हैं जिन्होने हंसते-हंसते अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। आज का दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, पं0 जवाहर लाल नेहरू, चन्द्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल सरीखे आजादी के महानायकों ने देश की आजादी की नींव रखी और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष के साथ ही शोषित, वंचित, आदिवासी, दलितों का उत्थान कैसे हो और समाज में समरसता कैसे हो, आजाद भारत में इसकी परिकल्पना के साथ ही अशिक्षा, गरीबी कैसे दूर हो, हमारा देश विश्व गुरू बने, इन विषयों और मुद्दों को ध्यान में रखकर देश को प्रगतिशील देश बनाने का कार्य किया और लोकतांत्रिक देश की परिकल्पना की थी। उन्होने कहा कि आज कुछ लोग उस सपने को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। 1947 की जीडीपी से आज भारत की अर्थव्यवस्था नीचे आ गयी है। एक दूसरे के बीच खाई और भेदभाव उत्पन्न कर रहे हैं। समाज के तमाम वर्गों को उपेक्षित कर रहे हैं। आज युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है। आज जिन लोगों पर जनता ने विश्वास कर जनादेश दिया था नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, रोजी-रोजगार छीनने का काम कर रहे हैं। आज देश कुछ पूंजीपति और उद्योगपति चला रहे हैं। अभिव्यक्ति की आजादी छीनी जा रही है आवाज उठाने वालों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया जा रहा है। युवाओं के रोजगार, किसानों के हक, गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर हमारे जनप्रिय नेता श्री राहुल गांधी जी सड़क से सदन तक संघर्ष कर रहे हैं। हमें गर्व है कि हम राहुल जी के सिपाही हैं। राहुल जी और प्रियंका जी के नेतृत्व में लड़ेंगे और देश-प्रदेश में लोकतंत्र की परिकल्पना को पूरा करने के लिए बलिदान देने के लिए तैयार हैं।