पुरुष का शरीर सौर शक्ति प्रधान है तथा स्त्री का शरीर चंद्र शक्ति प्रधान हैं
मूल प्रकृति में दिन रात के आधार पर सूर्य और चंद्रमा दोनों की प्रधानता है। इन्हीं के आधार पर सौर शक्ति तथा चंद्र शक्ति दो विभाग हैं। पुरुष का शरीर सौर शक्ति प्रधान है तथा स्त्री का शरीर चंद्र शक्ति प्रधान हैं।
सूर्य को अग्नि, प्राण और बुद्धि प्रधान माना जाता है तथा चंद्रमा को सोम, प्रेम तथा मन प्रधान माना जाता है। सोम का अर्थ आकाश में दिखने वाला चंद्रपिंड नहीं अपितु सोम वह रस है, जो समस्त जगत् में व्याप्त है और सब के अंतस में प्रेमांकुर के रूप में प्रकट होता है।
सूर्यवंश का प्रारंभ वैवस्वत मनु से होता है तथा चंद्रवंश के आदि जनक निमि हैं। सूर्यवंश में भगवान श्री रामचंद्र का प्राकट्य हुआ है। चंद्रवंश में पूर्ण पुरुषोत्तम श्रीकृष्ण चंद्र जी का अवतार हुआ है।