रिश्वत लेते हुए 18 गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों के विरूद्ध की जा रही कार्यवाही में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने वाले कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही को और अधिक गति प्रदान की गयी है तथा भ्रष्ट लोक सेवकों को पकड़ने हेतु नियमानुसार अधिकाधिक ट्रैप किये जाने का प्रयास हो रहा है।

अपर मुख्य सचिव, गृह ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि इस वर्ष 31 अगस्त तक की अवधि में भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा रिश्वत लेते हुए 18 लोक सेवकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है। इस अवधि में कुल 150 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार में लिप्तता के संबंध में कार्यवाही की गई है, जिसमें 33 कर्मी पुलिस विभाग एवं 117 कर्मी अन्य विभागों के हैं।

पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उ0प्र0 लखनऊ ने भ्रष्टाचार में लिप्त जिन 150 कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है उसका ब्यौरा देते हुये बताया है कि 14 कर्मियों के विरूद्ध खुली जांच, 12 कर्मियों के खिलाफ अभियोग पंजीकरण, 08 के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही, 26 के विरूद्ध जांच/स्थानान्तरण करने एवं 90 के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित किये जाने की संस्तुति की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि भ्रष्टाचार के संबंध में संगठन द्वारा इस अवधि में 153 अभिसूचना/जांच/विवेचनाओं का भी निस्तारण किया गया है।  


Popular posts from this blog

स्वस्थ जीवन मंत्र : चैते गुड़ बैसाखे तेल, जेठ में पंथ आषाढ़ में बेल

जेवर एयरपोर्ट बदल देगा यूपी का परिदृश्य

भाजपा का आचरण और प्रकृति दंगाई किस्म की है- अखिलेश यादव