सोशल डिस्टेंसिंग के सुरक्षा चक्र के साथ हो रहा लखनऊ मेट्रो का संचालन
लखनऊ। यात्रियों को सुरक्षा और सहूलियतभरा सफ़र मुहैया कराने के अपने वादे पर लखनऊ मेट्रो हमेशा ही खरा उतरती आई है और यही वजह है कि लखनऊ मेट्रो नाम बन चुका है, एक भरोसे का। लखनऊ मेट्रो ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से लेकर मुंशीपुलिया तक संपूर्ण उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाएं सात सितंबर से फिर शुरू की हैं और मौजूदा दौर में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी ज़रूरी इंतज़ाम भी पुख़्ता हैं। लखनऊ मेट्रो के सभी स्टेशनों और ट्रेनों में मौजूद सुयोचित सुरक्षा व्यवस्थाओं के बल पर यात्रियों का लखनऊ मेट्रो पर भरोसा और भी मज़बूत होता नज़र आ रहा है। राइडरशिप के आंकड़ों में धीरे-धीरे इज़ाफ़ा हो रहा है और शहरवासी शहर में यात्रा करने के लिए सार्वजनिक यातायात के अन्य साधनों के अपेक्षा लखनऊ मेट्रो की सुरक्षित, सुविधाजनक और कॉन्टैक्ट-लेस यात्रा का चुनाव कर रहे हैं।
लोगों के इस भरोसे के पीछे, लखनऊ मेट्रो के स्टेशनों और ट्रेनों में मौजूद सोशल डिस्टेन्सिंग के लिए गई मार्किंग की व्यवस्था की अहम भूमिका है। स्टेशनों में यात्रियों के जमा होने वाले सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेन्सिंग के लिए मार्किंग मौजूद है, जिससे सभी यात्रियों को एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने में मदद मिलती है।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, कुमार केशव का कहना है, "यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा हमारे लिए सर्वोपरि है और मेट्रो के संचालन और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन में यात्रियों का पूरा सहयोग भी मिल रहा है। यात्रियों को एक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए हमने मेट्रो तंत्र में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। लखनऊ मेट्रो ने सोशल डिस्टेन्सिंग, स्वच्छता और सैनिटाइज़ेशन पर विशेष ध्यान देते हुए, यात्रियों को एक पूर्णतयः कॉन्टैक्ट-लेस और कैशलेस यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए सभी ज़रूरी इंतज़ाम किए हैं।"