ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श लेने वाला उ0प्र0 देश में प्रथम राज्य बना- अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को
सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों वैक्सीनेशन
लगाने का कार्य किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं क्रम
के अनुसार कोविड वैक्सीनेशन का कार्य संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने
बताया कि प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने के बाद फंट
लाइन कर्मियों तथा उसके बाद 50 वर्ष से अधिक आयु वाले एवं 50 वर्ष से कम
आयु वाले जो किसी गम्भीर बीमारी से ग्रस्त है उनको वैक्सीन लगायी जायेगी।
उन्होंने बताया कि 'मेरा कोविड केन्द्र' ऐप के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा
05 किलोमीटर के दायरे में स्थित कोविड-19 जांच केन्द्र की जानकारी प्राप्त
की जा सकती है तथा जांच का परिणाम डीजी0 एम0एच0यू0पी0 वेबसाइट पर स्मार्ट
फोन के माध्यम से जाना जा सकता है।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश
में कल एक दिन में कुल 1,21,486 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक
कुल 2,64,46,710 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में
पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 376 नये मामले आये हैं। प्रदेश में
8,172 कोरोना के एक्टिव मामलों में से 2,796 लोग होम आइसोलेशन में है। 757
लोग निजी चिकित्सालयों में तथा इसके अतिरिक्त एल-1, एल-2, एल-3 अस्पतालों
में अपना इलाज करा रहे है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घण्टों में
789 तथा अब तक कुल 5,80,482 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके
हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,83,441 क्षेत्रों में
5,07,798 टीम दिवस के माध्यम से 3,13,10,967 घरों के 15,21,55,382 जनसंख्या
का सर्वेक्षण किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में ई-संजीवनी के
माध्यम से 24 घंटे में 5299 तथा अब तक कुल 4,15,209 लोगों ने चिकित्सीय
परामर्श लिया। प्रदेश में ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श लेने
वाला उत्तर प्रदेश देश में प्रथम राज्य बन गया है। प्रसाद ने सभी
लोगों से अपील की है कि जब तक वैक्सीन की दोनों डोज लग नहीं जाती तथा रोग
प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं हो जाती, तब तक कोविड-19 के प्रोटोकाल का
पालन अवश्य करें। सभी लोग मास्क पहनें, हाथ साबुन-पानी से धोते रहें तथा
लोगों से दो गज की दूरी बनाये रखें। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पहले
से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाये।