प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस पर अर्पित की गयी श्रद्धांजलि
लखनऊ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस (30
जनवरी) के मौके पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने दो मिनट मौन रखकर
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
तदुपरान्त मुख्य अतिथि के रूप में विचार गोष्ठी को
सम्बोधित करते हुए कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री दीपक सिंह ने कहा
कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के मूल्यों और आदर्शों की आज पूरी दुनिया
में पूजा हो रही है। लेकिन बड़े दुःख की बात है कि मौजूदा सरकार के समर्थन
में कुछ ऐसे तत्व हैं जो राष्ट्रपिता की हत्या करने वाली विचारधारा का
संरक्षण करते हैं। जबकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने पूरी दुनिया और
मानवता को बड़ी से बड़ी लड़ाई जीतने के लिए तीन बड़े अस्त्र उपलब्ध कराये हैं।
सत्य के प्रति आग्रह करना(सत्याग्रह), सविनय पूर्वक अवज्ञा(सविनय अवज्ञा),
करो या मरो।
आज सबसे ज्यादा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार
प्रासंगिक हैं क्योंकि आज भारत की आधी आबादी सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा
के तहत राजधानी के बार्डर पर सड़कों पर बैठी है। वह हमारे अन्नदाता किसान
हैं। ऐसे में जब पूरी मानवता और पूरी दुनिया गांधी जी के मूल्यों और
आदर्शों को स्वीकार करते हुए संरक्षण करती है तो मैं अपनी सरकार से विनती
करता हूं कि वह भी हमारे अन्नदाता किसानों की सुनें और उनके खिलाफ बनाये
गये तीन कृषि कानूनों को वापस लें।
संगोष्ठी में
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा
कि हमारी कांग्रेस पार्टी का गौरव है कि 135 वर्ष के इतिहास में तथा आजादी
के इन 73 वर्षों में तमाम अच्छे-बुरे दौर पार्टी के सामने आये लेकिन
कांग्रेस पार्टी ने कभी भी गांधीवादी मूल्यों, आदर्शों से कोई समझौता नहीं
किया। हालात जरूर मुश्किल हैं लेकिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बताये
गये रास्ते से ही देश आगे बढ़ सकता है और एकजुट रह सकता है। गांधी जी के
बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लेने की आवश्यकता है।