जिस पक्ष में धर्म और भगवान रहते हैं, उसका प्रभाव सब पर पड़ता है
महाभारत के युद्ध में कौरवों की सेना ग्यारह अक्षौहिणी और पाण्डवों की सेना सात अक्षौहिणी थी। पाण्डवों के पास कम सेना देखकर भी दुर्योधन पर बड़ा प्रभाव पड़ा और उसके मन में कुछ भय भी हुआ।
कारण कि संख्या में कम होते हुए भी पांडव सेना के पक्ष में बहुत से धर्मात्मा पुरुष थे और स्वयं भगवान थे। जिस पक्ष में धर्म और भगवान रहते हैं, उसका सब पर प्रभाव पड़ता है। पापी से पापी, दुष्ट से दुष्ट व्यक्ति पर भी उसका प्रभाव पड़ता है।
पशु पक्षी, वृक्ष लता आदि पर भी उसका प्रभाव पड़ता है। कारण कि धर्म और भगवान नित्य हैं। कितनी ही ऊंची से ऊंची भौतिक शक्तियां क्यों न हों, वे सभी अनित्य हैं। इसलिए दुर्योधन पर पांडव सेना का बड़ा असर पड़ा।