मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा की शासी निकाय की 5वीं बैठक हुई सम्पन्न
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की
अध्यक्षता में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा की शासी निकाय की
5वीं बैठक सम्पन्न हुई। अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र
कुमार तिवारी ने कहा कि संस्थान के विस्तृत विजन डाॅक्यूूमेन्ट तथा नियमों
को शीघ्र तैयार कर प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाये।
यह निर्णय लिया गया कि जब तक कि संस्थान के नियम पूर्णतः तैयार नहीं होते
हैं तब तक संस्थान के समस्त कार्य एसजीपीजीआई के मानदण्डों पर आधारित
होंगे।
उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान
ग्रेटर नोएडा द्वारा किये गये कार्यों की प्रशंसा की। बैठक के
दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सदस्य, शासी निकाय अनिला सिंह ने राजकीय
आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान को
एसजीपीजीआई की तर्ज पर विकसित कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को
गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। शासी निकाय की बैठक के
दौरान संस्थान में एनएमसी की आवश्यकतानुरूप फैकल्टी एवं रेज़ीडेन्ट पद की
स्वीकृति भी प्रदान की गयी।
जिलाधिकारी, गौतमबुद्ध नगर की अध्यक्षता में
गठित कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल काॅलेज के निर्माण हेतु भूमि
प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गयी। शासी निकाय की बैठक में
यह भी निर्णय लिया गया कि संस्थान केजीएमयू की तर्ज पर प्राइवेट वार्ड
हेतु हाॅस्पिटल यूजर चार्जेस एवं हाॅस्पिटल रिवाॅल्लिंग फण्ड की प्रक्रिया
को अपना सकता है। मल्टीडिस्पिलीनरी रिसर्च यूनिट, माॅलीक्यूलर लैब,
हाॅस्पिटल एडमिन्स्ट्रेशन विंग को भी बैठक के दौरान स्वीकृति प्रदान की
गयी।