रोजगार देने की बात करने वाली सरकार चयनितों को नहीं दे रही है नियुक्तियां- कांग्रेस
लखनऊ। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश
की योगी आदित्यनाथ सरकार पर आरोप लगाया है कि वह 4 सालों में आम जनता की
भावनाओं व आकांक्षाओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। अपनी
विफलताओं को छिपाने के लिए वह लगातार शोशेबाजी कर लोगों को लगातार गुमराह
कर झूठ पर झूठ बोल रही है।
वह अपने संकल्प पत्र में किये गये किसी भी वादे
को पूरा नहीं कर सकी है। जितने भी वादे संकल्प पत्र में भारतीय जनता पार्टी
ने किये थे वह हवा में तैर रहे हैं। जो बड़े-बड़े वादे अपने संकल्प पत्र में
किये गये उसमें रोजगार के साथ गन्ना किसानों के भुगतान का महत्वपूर्ण
मुद्दा था और यह कहा था कि 14 दिन में भुगतान करेंगे और न कर पाने पर उसका
ब्याज सहित भुगतान करेंगे किन्तु गन्ना किसानों के साथ भी सरकार ने छल किया
और गन्ना किसान आज भी पिछले भुगतान के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता उबैद उल्ला नासिर ने जारी बयान में कहा
कि भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान हर मंचों से और अपने
संकल्प पत्र में भी प्रतिवर्ष 14 लाख नौकरियां देने का वादा किया था लेकिन
आज वह वादा पूरा करना तो दूर रहा अनेकों सरकारी विभागों की नौकरियां लटक और
भटक चुकी हैं।
कोई भर्ती न्यायालय की चैखट पर न्याय की आस में प्रतीक्षारत
है तेा कोई भर्ती भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर कथित जांचों का सामना कर रही
है। वहीं 69 हजार शिक्षक भर्ती के हजारों अभ्यर्थी संशोधन की मांग को लेकर
सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं तो 49 हजार पुलिस भर्ती के अभ्यर्थी अपने
प्रशिक्षण व नियुक्तियों के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड से लेकर डीजीपी मुख्यालय
तक ऐंड़ियां घिस रहे हैं और सरकार की पुलिस उनको दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से
पीट रही है और इको गार्डेन ले जाकर उनके साथ ठण्ड की रातों में बर्बर
व्यवहार कर रही है जिसमें महिला अभ्यर्थी भी पुलिस उत्पीड़न का शिकार हो रही
हैं।
नासिर ने कहा कि बेतहाशा मंहगाई, ध्वस्त कानून
व्यवस्था, स्मार्ट सिटी का झुनझुना, ईंधन के बढ़ते दामों से उत्तर प्रदेश
कराह रहा है। सरकार की गलत नीतियों के चलते प्रदेश की जनता में हताशा और
निराशा व्याप्त है। भय, भूख का वातावरण गहराता जा रहा है। योगी सरकार में
आम जनता मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीने को मजबूर है। अराजकता, अन्याय,
शोषण, भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। योगी सरकार जनहित के हर मोर्चे पर पूरी
तरह विफल साबित हुई है।