कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत पूरी सतर्कता बरतें जिलाधिकारी- मुख्य सचिव
लखनऊ। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोविड नियंत्रण की अद्यतन स्थिति तथा वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा की गयी। अपने
सम्बोधन में मुख्य सचिव ने कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत
जिलाधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिये।
उन्होंने डेडीकेेटेड
कोविड चिकित्सालयों को पूरी क्षमता से संचालित करने तथा स्थानीय आवश्यकताओं का आंकलन कर कोविड चिकित्सालयों की संख्या में वृद्धि करने के
निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए
कान्टेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग एवं सर्विलांस के कार्य में प्रगति लाये जाने
की जरूरत है। बाहरी प्रदेशों से रेल, सड़क एवं हवाई मार्ग से आने वालों की
चेकिंग हो तथा संदिग्ध मामलों में आरटीपीसीआर टेस्ट अवश्य करवाया जाये। उन्होंने
कहा कि बड़ी संख्या में लोग होम आइसोलेशन में जा रहे हैं, इंटीग्रेटेड
कमाण्ड सेन्टर से फोन करके उनका हाल-चाल लेते रहें। सर्विलांस टीम होम
विजिट करके अपडेट लेती रहे तथा गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया
जाये।
कमाण्ड सेन्टर पर प्रतिदिन डी.एम., एस.पी. एवं सी.एम.ओ. की बैठक हो
जिसमें टेस्टिंग, कान्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस एवं इनफोर्समेन्ट की
प्रगति की समीक्षा की जाये। उन्होंने मास्क न पहनने तथा सोशल डिस्टेंसिंग
का पालन न करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश
दिये। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर्स के माध्यम से जन सामान्य को जागरूक
किया जाये। इसके अतिरिक्त उन्होंने पूर्व में स्थापित सभी कोविड हेल्पडेस्क
को सक्रिय करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अन्य जनपदों से कोविड
संक्रमित मरीज, जोकि रेफर किये जाते हैं, रवानगी से पूर्व सम्बन्धित जनपद
के सी.एम.ओ. एवं इंटीग्रेटेड कमाण्ड सेन्टर को अग्रिम में सूचित करें ताकि
बेड सहित इलाज की सभी आवश्यक इंतजाम पहले से सुनिश्चित हो सके।
इसके
अतिरिक्त उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए
वैक्सीनेशन के कार्य को बढ़ाया जाना है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों
का वैक्सीनेशन भी पहली अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। अतः इसके लिए भी सभी
आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित कर ली जाये। छूटे हुए
हेल्थ वर्कर्स एवं फ्रन्टलाइन वर्कर्स को चिन्हित कर उनका वैक्सीनेशन भी
प्राथमिकता पर कराया जाये। मुख्य
सचिव ने कहा कि सभी मेडिकल काॅलेज, चिकित्सा संस्थानों, सरकारी एवं निजी
चिकित्सालयों में अग्निशमन की व्यवस्थाओं की चेकिंग कराकर अग्निशमन की सभी
आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित कराते हुए इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता
न बरती जाये।