धार्मिक व्यक्ति का विभूषण निष्कपट व्यवहार होता है
ऐश्वर्यस्य विभूषणं सुजनता, शौर्यस्य वाक्संयमः, ज्ञानस्योपशमः श्रुतस्य विनयो, वित्तस्य पात्रे व्ययः
अक्रोधः तपसः, क्षमा प्रभवितुः, धर्मस्य निर्व्याजता, सर्वेषामपि सर्वकारणमिदं शीलं परं भूषणम्
समृद्ध
मनुष्य का आभूषण सज्जनता है, पराक्रमी का अलंकार, संयमित भाषण ज्ञानी का
शांत स्वभाव, विद्वान का भूषण विनम्रता है, धनवान का बुद्धिमत्तापूर्ण, व्यय
कठोर व्यक्ति की क्रोधित न होना और शक्तिमान का व्यक्ति का आभूषण धैर्य
होता है। साथ ही धार्मिक व्यक्ति का विभूषण निष्कपट व्यवहार होता है, किंतु
इन सभी का आधार तो अच्छा चरित्र अथवा आचरण ही होता है।