गनीमत है आम आदमी पार्टी के आवाज उठाने पर जाग गए योगी- सभाजीत सिंह
लखनऊ। कोरोना से राजधानी में लोग सड़कों पर मर रहे
हैं। यहां के डीएम ने यह सच्चाई खुद बयां की। इसके बाद सोमवार को आम आदमी
पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने बेकाबू होते कोरोना संक्रमण को लेकर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सरकार पर सवाल खड़े किए तो वायरस पर अंकुश
लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से नए दिशा-निर्देश जारी
किए गए। गनीमत है आम आदमी पार्टी के आवाज उठाने पर योगी आदित्यनाथ जाग तो
गए। ये बातें आप प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने मंगलवार को जारी बयान में
कहीं।
उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही न सिर्फ
जनता के लिए मुसीबत साबित हो रही है, बल्कि यह खुद सरकार के लिए भस्मासुर
बन गई है। कानून मंत्री बृजेश पाठक, सुनील बंसल सहित भाजपा के कई नेता
संक्रमित हो चुके हैं। सोमवार को आम आदमी पार्टी के नेता राज्यसभा सांसद
संजय सिंह की ओर से कोरोना के नाम पर प्रदेश की जनता की जान से हो रहे
खिलवाड़ का मामला प्रमुखता से उठाया गया तो योगी आदित्यनाथ की नींद
टूटी। उनकी ओर से महामारी पर नियंत्रण को लेकर अब जिस संजीदगी का प्रदर्शन
किया जा रहा है, उसकी जरूरत पहले से ही थी। पर चलिए, कहावत है कि देर आए
दुरुस्त आए।
अब भी अगर सरकार साफ नीयत और सही नीति के साथ कोविड प्रबंधन
में जुट जाती है तो प्रदेश की जनता को बड़ी राहत मिल सकती है। मुख्यमंत्री
को कोरोना की फर्जी जांच करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करके प्रदेश
की जनता को यह संदेश देना चाहिए कि अब वो कोविड पर नियंत्रण पाने के लिए
गंभीर हो चुके हैं। सभाजीत
सिंह ने कहा कि लखनऊ के डीएम ने कोरोना को लेकर सच बोला है। सच बोलना कोई
अपराध नहीं है। ऐसे में उनके खिलाफ किसी तरह की दंडात्मक कार्रवाई न करके
सरकार को ऐसे अफसरों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है लेकिन, अफसोस कि
बात है कि डीएम के सच बोलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है।
सभाजीत सिंह ने कहा कि सीएम को जांच सेंटर और अस्पतालों पर लग रही कतारों
को कम करने के लिए गंभीरता से प्रयास करने की जरूरत है। श्मशान घाट पर नए
प्लेटफार्म बनवाए गए हैं, लेकिन लकड़ी की कमी के कारण शव दाह में
दिक्कत की खबरें सुनने को मिल रही हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए
कि किसी भी दशा में शव दाह के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े।
अगर श्मशान घाट से जनता के परेशान होने की खबरें आगे भी मिलें तो
जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाए।