सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री को ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए लिखा पत्र
लखनऊ। सांसद कौशल किशोर ने लखनऊ स्थित बलरामपुर हॉस्पिटल की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की भारी मात्रा में कमी है जिसकी आपूर्ति सुनिश्चित कराये एवं करोना पॉजिटिव मरीजों की सेवा में लगे चिकित्सकों तथा स्वास्थ्य कर्मियों की समस्या के निस्तारण के संबंध में जितनी जल्दी हो सके कड़े कदम उठाये जाए।
उन्होंने बताया कि विगत एक वर्ष से अधिक की अवधि से कोविड महामारी की भयावहता के दृष्टिगत बलरामपुर चिकित्सालय आदि के चिकित्सक व अस्पताल कर्मी किसी प्रकार की ना नुकुर किए हुए रोगहित में ईमानदारी से सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि ड्यूटी लगाने वाले अधिकारियों द्वारा कुछ चिकित्सक को अभी तक कोविड मरीजों के उपचार में नहीं लगाया गया है। मेरे संज्ञान में यह भी लाया गया है कि एक तरफ जहाँ कोविड मरीजों के उपचार में ड्यूटी न करने वाले डॉक्टर विभिन्न स्तरों पर ज्ञान बांटते नजर आते हैं और वहीं दूसरी तरफ ईमानदारी से सेवाएं देने वाले कई चिकित्सको की ड्यूटी कोविड-19 मरीजों की इलाज में लगाई जाती है जो 55 वर्ष से भी ज्यादा उम्र के हैं किंतु जो कम उम्र के डॉक्टर हैं वह सांठगांठ कर कोविड-19 मरीजों के इलाज में ड्यूटी बार-बार कटवा लेते हैं।
नर्सिंग स्टाफ को एक एक कमरे में तीन तीन लोगों को रखा जाता है जबकि सरकार द्वारा चिकित्सकों के भोजन के लिए प्रति चिकित्सक ₹500 तथा इन्हें सुरक्षित होटलों में ठहराने हेतु 1500 रुपए प्रति चिकित्सक की दर तय की गई है एवं उक्त चिकित्सालय में प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार मरीजों के इलाज के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है यह अति गंभीर विषय है जिसके कारण चिकित्सकों में भारी असंतोष व्याप्त है। मरीजों के उपचार में ड्यूटी करनेवाले का मनोबल बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि कोविड मरीजों के उपचार में चिकित्सक की ड्यूटी औचित्यपूर्ण एवं पारदर्शिता से लगायी जाए। इस कोविड संक्रमण काल में चिकित्सक होने के नाते मरीजों का उपचार करना सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए तथा प्रशासनिक आदि के नाम पर किसी चिकित्सक को कोविड मरीजों के उपचार से विरत रहने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए।
कोविड महामारी की गम्भीर स्थिति के दृष्टिगत जरूरतमंद मरीजों के हित में आपसे अनुरोध है कि बलरामपुर कोविड-19 चिकित्सालय आदि के यथा प्रशिक्षित/अनुभवी चिकित्सक आदि की औचित्यपूर्ण एवं पारदर्शिता से ड्यूटी लगाने हेतु सम्बंधित को प्रभावी निर्देश देने की कृपा करें। अनुरोध है कि मरीजों के उपचार में लगे चिकित्सक एवं सम्बंधित कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को प्राथमिकता के आधार पर उपचार एवं आवश्यकतानुसार अन्य सेवाएं मुहैया करायी जाए, जिससे कोविड मरीजों का उपचार पूर्ण लगन के साथ सुचारू रूप से चलता रहे।