सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर फंसा पेंच, केंद्र सरकार ने मांगी मोहलत
केंद्र सरकार ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ओर
आईसीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने या आयोजित कराने के
संबंध में आखिरी फैसले के लिए गुरुवार तक का वक्त मांगा है। इसकी वजह से
सुप्रीम कोर्ट से आज भी इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं आ सका। शीर्ष न्यायालय
ने गुरुवार तक के लिए मामले की सुनवाई स्थगित कर दी। हालांकि न्यायालय ने
सरकार को वक्त देते हुए कहा है कि अगर केंद्र पिछले वर्ष की नीति से अलग
कोई नीति अपनाएगी, तो उसे कोर्ट को कारण बताना होगा।
दरअसल
कोरोना महामारी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर सीबीएसई
और आईसीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाएं निरस्त करने की मांग की गई थी। केंद्र
सरकार ने पहले ही इन दोनों बोर्ड के दसवीं की परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं।
अहम सुनवाई के दौरान आज शीर्ष अदालत में केंद्र सरकार ने कहा कि वह अगले दो
दिनों में परीक्षाएं आयोजित कराने या रद्द करने के बारे में अंतिम फैसला
लेगी। गुरुवार तक अदालत को इससे अवगत कराएंगे। इससे पहले 23 मई को केंद्रीय
और राज्यों के शिक्षा मंत्रियों की एवं बैठक हुई थी। इसमें बोर्ड
परीक्षाओं को लेकर चर्चा हुई थी। बैठक में केंद्र शासित राज्यों में कम
समयावधि में महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित कराने पर सहमति दी थी।
लेकिन अंतिम फैसला नहीं हुआ था।
केंद्र
सरकार से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 25 जुलाई के बाद
सीबीएसई और आईसीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराई जाएंगी। हालांकि
सुप्रीम कोर्ट का फैसला इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। क्योंकि अदालत ने
परीक्षा निरस्त करने के लिए आदेशित किया, तो केंद्र सरकार इसे मानने के
लिए विवश होगी। लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय परीक्षा से जुड़ी तैयारियों
को अंतिम रूप देने में जुटा है। प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ भी एक उच्च
स्तरीय बैठक हुई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस परीक्षा से जुड़ी
तैयारियों को लेकर एक योजना बनाई है। उसके मुताबिक 12वीं की बोर्ड परीक्षा
25 जुलाई के बाद आयोजित की जा सकती है। माना जा रहा है कि तब तक कोरोना
वायरस की दूसरी लहर का असर कम हो जाएगा। संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा।