वो औकात वो संस्कार कहां से लाओगे
भारतीय लोकतंत्र मे नेता जिस शाही यात्रा का विरोध सात दशक पहले करते थे आज उसे ही रोड शो बताकर आज सडक पर यात्रा निकाल रहे है
जहां पहले राजा जनता को प्रणाम करतै थे वहीं आज के नेता साहेब अंग्रेजों की तरह हाई-बाई कर रहे हैं यह भी गौरतलब है
नेताओं राजा की तरह शाही जुलूस निकालने की हैसियत तो तुमने पा ली, लेकिन वो औकात वो संस्कार कहां से लाओगे..