सरकार के वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर प्रियंका गांधी ने खड़े किये सवाल
लखनऊ।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा सरकार से सवाल पूंछने
वाले अभियान ‘‘जिम्मेदार कौन’’ के तहत ट्वीट के माध्यम से पूंछा गया है कि
मई में वैक्सीन उत्पादन क्षमता 8.5 करोड़ थी जबकि वैक्सीन का उत्पादन 7.94
करोड़ हुआ, वहीं 6.1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई गयी है। उन्होंने कहा जून
में सरकार ने 12 करोड़ वैक्सीन के उत्पादन का दावा किया है।
गांधी
ने इस पर सवाल खड़ा किया है कि कहां से आयेगी सरकारी दावे के अनुसार
वैक्सीनघ् उन्होंने कहा कि क्या दोनों वैक्सीन कम्पनियों की उत्पादकता में
40 प्रतिशत का इजाफा हो गया है,इसके साथ ही गांधी ने कहा कि
सरकार बताये कि केन्द्रीय बजट में वैक्सीन के लिए निर्धारित बजट 35 हजार
करोड़ मोदी सरकार द्वारा कहां खर्च किये गये ? गांधी ने इसे अंधेर
वैक्सीन नीति, चैपट राजा बताया। गांधी ने कहा कि हम दुनियां के
सबसे बड़े वैक्सीन निर्माताओं में से एक हैं। एक देश तीन दाम और परिणाम
प्रदेश की मात्र 3.4 प्रतिशत आबादी का ही फुल वैक्सीनेशन हो पाया है।
सरकार
के पास आगे भी वैक्सीनेशन को लेकर कोई मजबूत कार्ययोजना न होने से देश के
नागरिकों में आज भी भ्रम की स्थिति बनी है, भारत के भ्रमित टीकाकरण
कार्यक्रम के लिए कौन जिम्मेदार है? प्रियंका गांधी ने सरकार
पर तंज कसते हुए मोदी सरकार की वैक्सीन वितरण नीति यह है कि खुद की
जिम्मेदारी से मुंह मोड़ा और राज्य सरकारों पर ठीकरा फोड़ दिया। इसके साथ ही
इण्टरनेट और अन्य डाक्यूमेण्ट्स से वंचित लोगों के लिए कोई ठोस व्यवस्था
नहीं है। गांधी ने मोदी सरकार से एक बार पुनः कई कम्पनियों को
लाइसेंस देने और मुफ्त टीकाकरण की मांग को दोहराया है।