लखनऊ। राम मंदिर के नाम पर जमीन खरीद में हुए घोटाले में
भाजपा के मेयर, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय समेत 9 लोगों के खिलाफ अयोध्या
की नगर कोतवाली में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय
सिंह ने सोमवार को तहरीर देकर सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की
मांग की।
गोमती नगर स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान यह
जानकारी देते हुए संजय सिंह ने दो टूक कहा कि चंदा चोरों के खिलाफ एफआईआर
नहीं हुई तो कोर्ट जाऊंगा। प्रभु श्रीराम का मंदिर शीघ्र बने इसके लिए इन
चंदा चोरों को जेल पहुंचा कर ही दम लूंगा। जमीन
खरीद में जो घोटाला हुआ है, एक के बाद एक तमाम घोटालों को मैंने उजागर
किया। उन घोटालों की मीडिया में खबरें भी आईं। मैंने बताया कि किस तरह से
चंदा चोर भाजपा नेताओं और ट्रस्ट के लोगों ने मिलकर किस प्रकार से दो करोड़
की जमीन 5 मिनट में साढ़े अट्ठारह करोड़ में खरीद ली गई। किस प्रकार से
10,000 वर्ग मीटर जमीन 8 करोड़ में खरीदी जाती है, 12000 वर्ग मीटर जमीन
साढ़े अट्ठारह करोड़ में खरीदी जाती है। किस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी
वाले उनके मेयर, उनके नेता 20 लाख की जमीन को ढाई करोड़ में बेचते हैं
ट्रस्ट को, ये तमाम जानकारी मैंने सबके सामने रखी।
ये सब जमीन खरीदने में
ट्रस्ट का एक सम्मानित सदस्य गवाह बना हुआ है। इन सब जमीनों की खरीद में
बीजेपी का मेयर, उसका भतीजा और भांजा शामिल है। इतना सब कुछ सामने लाने के
बावजूद अभी तक भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार या उत्तर प्रदेश की
सरकार योगी आदित्यनाथ ने किसी भी प्रकार की कोई जांच नहीं कराई। न केंद्रीय
एजेंसी से कोई जांच हुई और न पुलिस वालों से कोई जांच कराई गई। उल्टा चोर
कोतवाल को डांटे की तर्ज पर भाजपा नेता और ट्रस्ट के लोग घूम घूम कर मुझ पर
मानहानि का मुकदमा करने की बात कर रहे हैं। 12, 15 दिन हो गया अगर
भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे तो मेरे ऊपर ही मुकदमा कर देते।
खाली बयान ही क्यों दे रहे हो। मेरी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील
है कि जो भी मुकदमा मेरे खिलाफ मानहानि का हो उसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में
चलाया जाए।
संजय सिंह ने कहा कि प्रभु श्रीराम के
मंदिर का निर्माण के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कि बीजेपी वाले ट्रस्ट के साथ
मिलकर चंदा चोरी का काम कर रहे हैं और जब तक यह चोर वहां पर बैठे रहेंगे तब
तक प्रभु श्रीराम का मंदिर नहीं बन सकता। इसी के कारण मैंने अयोध्या की
कोतवाली में 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर कराने का निर्णय लिया है। इंस्पेक्टर
को तहरीर देकर मैंने बीजेपी मेयर ऋषिकेश तिवारी, ट्रस्ट के महासचिव चंपत
राय, ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र, हरीश पाठक, कुसुम पाठक, सुल्तान अंसारी,
रवी मोहन तिवारी, उप पंजीयक एसबी सिंह और मोर के भतीजे दीप नारायण के
विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 34, 119, 120, 169, 202, 403, 405, 409,
420, 423, 120B, 467, 468, 471 में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। अगर
पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, तो ठीक वरना न्यायालय का विकल्प खुला हुआ है। अगर
शीघ्र मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो मैं नया ले जाऊंगा और इन चंदा चोरों को
शीघ्र जेल भिजवाने के लिए गुहार लगाऊंगा।
संजय सिंह ने ट्रस्ट के तीन
सदस्यों द्वारा रविवार को दिए गए बयान का उल्लेख भी किया। बताया कि ट्रस्ट
के 3 सदस्यों ने जमीन खरीद को लेकर किसी तरह की जानकारी न दिए जाने की बात
कही है। ऐसे में चंदा चोरों का खेल अब जग जाहिर हो चुका है। संजय सिंह ने प्रेस वार्ता में 1 जुलाई से शुरू होने जा रही आम आदमी
पार्टी की रोजगार गारंटी पदयात्रा की जानकारी भी दी। बताया कि लोअर पीसीएस
2019, वीडिओ 2018, 68500 शिक्षक भर्ती आदि लटकी हुई भर्तियों सहित नई
भर्तियों की मांग को लेकर 1 जुलाई से 10 जुलाई के बीच आम आदमी पार्टी के
छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे के नेतृत्व में रोजगार गारंटी
पदयात्रा निकाली जाएगी। संजय सिंह ने कहा कि इस सरकार में नई भर्तियां निकल
नहीं रही हैं और पुरानी भर्तियों को लटकाया जा रहा है। जब अभ्यर्थी अपना
रोजगार मांगने आते हैं तो योगी आदित्यनाथ की सरकार उन्हें लाठियों से
पिटवाती है।
मुख्यमंत्री अपनी नाकामी छिपाने के लिए कभी कहते हैं कि यूपी
में नौकरियां बहुत है लेकिन प्रतिभाओं की कमी है तो कभी टि्वटर या अन्य
प्रचार माध्यमों पर आकर लाखों नौकरियां बांटने के झूठे आंकड़े पेश करने
लगते हैं। दो हजार अट्ठारह से लटकी 68500 शिक्षक भर्ती हो या दरोगा भर्ती,
कई सफल अभ्यर्थी निराश होकर आत्महत्या तक कर चुके हैं। नौजवानों को न्याय
दिलाने के लिए आम आदमी पार्टी रोजगार पदयात्रा के माध्यम से इस संवेदनहीन
सरकार के खिलाफ उनकी आवाज बुलंद करने का काम करेगी।