पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य- केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आम जनमानस से भी अपील की है कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाए। मौर्य ने बताया कि प्रदेश में हर्बल सड़कों के माध्यम से पर्यावरण की सुरक्षा एवं वातावरण को प्रदूषण मुक्त करने हेतु लोक निर्माण विभाग संकल्पबद्ध है।

75 जनपदों के सभी 175 खण्डों में हर्बल मार्ग बनाये गये।औषधीय गुणों वाले 33,506 हर्बल पौधों को रोपित किया गया। कहा कि पिछले 4 वर्षों में लोक निर्माण विभाग ने पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अनेक अनुकरणीय कार्य किए हैं जिसके लिए उन्होने लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है। कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में हर्बल सड़कों का निर्माण किया गया है।सड़कों के किनारे औषधीय पौधे लगाए जा रहे हैं। औषधीय पौधों से आच्छादित सड़कों से आसपास का वातावरण भी अच्छा हो रहा है और सड़कें भी सुंदर दिख रही हैं। पूरे प्रदेश में इन मार्गों से आम जनों को हर्बल व औषधीय पौधों की जड़ी बूटियां आसानी से प्राप्त हो रही हैं। कई सड़क के निर्माण मे सिंगिल यूज्ड वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग कर पर्यावरण स्वच्छता और सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है। सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक का उपयोग कर सड़कें बनी हैं। 21.09 करोड़ रूपये की कुल लागत 85 प्लास्टिक मार्ग स्वीकृत किये गये, जिसमे  66 मार्ग बनकर तैयार हैं, जिनकी लम्बाई 91.03 कि.मी. है।


पर्यावरण सुरक्षा के दृष्‍टिगत वर्ष 2020- 21 में वेस्ट प्लास्टिक का प्रयोग करके सड़कों का नवीनीकरण किया जा रहा है। इस कदम से लगभग 2000 टन वेस्ट प्लास्टिक की खपत हुयी है एवं आधुनिक तकनीक के प्रयोग से लगभग 16 लाख टन कार्बन उत्सर्जन की मात्रा में भी कमी आई है। मौर्य ने कहा कि कोरोना जैसी गम्‍भीर महामारी व बीमारियों से बचाव हेतु प्रदुषण रहित पर्यावरण हमारी प्राथमिकता है, लोक निर्माण विभाग द्वारा चयनित हर्बल मार्गों का ग्रीन पट्टी बनाकर हर्बल वृक्ष जैसे- नीम, आंवला, पीपल आदि पौधे रोपित किए जा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा हर्बल वाटिका का निर्माण कर भ्रिंगराज, बाह्मी, तुलसी, हल्दी आदि जैसे औषधीय पौधे जो कि स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा की दृष्टि से अत्यन्त उपयोगी हैं, रोपित किये जा रहे हैं। औषधीय पौधों में वृद्धि होने से लोगों की इम्यूनिटी बेहतर होने के साथ ही पर्यावरण को शुद्ध रखना भी सहज होगा।

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