साधना सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित होना तय, सपा प्रत्याशी नहीं कर सका पर्चा दाखिल

गोरखपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के दौरान भाजपा व सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुआ बवाल इस दौरान भाजपा समर्थकों ने सपा प्रत्याशी  को कलेक्ट्रेट मेन गेट पर रोक लिया। इतना ही नहीं बल्कि सपा के पूर्व सदस्य की जमकर पिटाई कर दी। 3 बजे तक भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा प्रत्याशी को गेट के अंदर नहीं आने दिया 3:00 तक साधना सिंह का ही पर्चा दाखिल हो सका अब साधना सिंह निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होना तय। कलेक्ट्रेट परिसर में कोरोना प्रोटोकॉल की खूब उड़ाई गई धज्जियां।

जानकारी के मुताबिक, पहले सपाई शास्त्री चौक पर एकत्रित हुए। यहां पुलिसकर्मियों की रोक टोक के बाद 1.30 बजे एडीएम सिटी राकेश श्रीवास्तव एसपी सिटी सोनम कुमार तथा एसपी ट्रेफिक रामसेवक गौतम शास्त्री चौक से सपा प्रत्याशी समेत चार लोगों को लेकर कलेक्ट्रेट स्थित नामांकन कक्ष की तरफ बढ़े कि मुख्य गेट पर भाजपा समर्थकों ने रोक लिया। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य पारस यादव की जमकर पिटाई कर दी। डर के मारे सपा प्रत्याशी और अन्य बाहर गेट पर खड़े रहे। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अरुण कुमार सिंह भाजपा समर्थकों को गेट के पास से हटने के लिए समझाने में जुटे रहे। आखिर में सपा जिलाध्यक्ष नगीना साहनी अपने प्रत्याशी के साथ लौट गए।

गौरतलब है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी साधना सिंह ने शनिवार को जिलाधिकारी कोट में बनाए गए पर्चा दाखिला कच्छ में  11:45 पर पहुंच गई 12:45 पर पर्चा दाखिला पहले सेट का कर अपने प्रस्तावको के साथ बैठी रही दूसरे तीसरे व चौथे सेट का पर्चा 3 बजे तक दाखिल करती रही बाहर उनके समर्थक समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को गेट के अंदर आने नहीं दिए शासन प्रशासन के अधिकारी मुक दर्शक बन कर साधना सिंह के समर्थकों को खानापूर्ति कर समझाते रहे। वहीं नाटकीय तरीके से समाजवादी पार्टी ने अंतिम समय में अपना प्रत्याशी बदल दिया। आलोक गुप्ता की जगह बड़हलगंज वार्ड नंबर 47 से जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र यादव को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। जितेंद्र यादव शुक्रवार की शाम तक पर्चा न मिलने का आरोप लगा रहे थे।

वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश न मिलने के कारण जितेंद्र यादव पर्चा दाखिल नहीं कर सके। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय हो गया है। सपा के घोषित प्रत्याशी सपा ने वार्ड नंबर 46 के जिला पंचायत सदस्य आलोक कुमार गुप्ता को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उनके विकल्प के तौर पर अपने समर्थित दूसरे सदस्यों से भी पर्चा खरीदने की कोशिश की जा रही थी। अंत में भाजपा  समर्थकों की मनोकामनाएं हुई पूर्ण हो गयी भाजपा समर्थकों ने कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाते हुए कलेक्ट्रेट को किया रहा कब्जा सिर्फ भाजपा प्रत्याशी साधना सिंह कर सकी पर्चा दाखिला पर्चा की जांच करने के बाद साधना सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद भाजपा समर्थित प्रत्याशी साधना सिंह ने कहा कि उनके सामने कोई चुनौती नहीं है। वह विकास करने के लिए आई हैं और विकास करेंगी।

उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल के दौरान जो कार्य शेष रह गए थे, उसे पूरा किया जाएगा। कहा कि चुनौतियों से लड़ना हमारी आदत है, जो भी चुनौती आएगी उसका मजबूती से सामना किया जाएगा। साधना सिंह ने कहा कि मेरी जीत सुनिश्चित है। जनता से जो वादे किए गए हैं उसे पूरा करेंगे। जिले के हर क्षेत्र का विकास किया जाएगा। विकास के लिए सबको साथ लेकर चलेंगे। समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी 3 बजे तक प्रयास करता रहा पर्चा दाखिला के लिए लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा प्रत्याशी को गेट के अंदर आने नहीं दिया 3 बजे तक जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष  केवल साधना सिंह का पर्चा दाखिला हो सका  साधना सिंह का निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बनना हुआ तय। सुरक्षा व्यवस्था की पर्याप्त फोर्स पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार के नेतृत्व में लगाई गई थी।

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