कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीके में अब स्पूतनिक वी-वैक्सीन भी शामिल
प्रयागराज। कोरोना वायरस से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण
अभियान में अब रूस में तैयार स्पूतनिक वी के रूप में एक और वैक्सीन संगम
नगरी के लोगों को मिल गई है। लखनऊ के बाद प्रयागराज प्रदेश का ऐसा दूसरा
शहर होगा। यहां के लोगों को रूसी स्पूतनिक वी टीका लगवाने की सुविधा
मिलेगी। स्पूतनिक वी टीका एक प्राइवेट हॉस्पिटल शहर के जॉर्जटाउन इलाके में
स्थित प्रीति नर्सिंग एवं मैटरनिटी होम में लगेगा।
अभी सरकार ने प्रयागराज
में सिर्फ इसी हॉस्पिटल को स्पूतनिक वैक्सीन का सेंटर घोषित किया है। प्रयागराज
में स्पूतनिक वैक्सीन सेंटर बनाए जाने की जानकारी जिले के सीएमओ ने प्रेस
कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि स्पूतनिक वैक्सीन आने के बाद यहां के
लोगों के पास टीकाकरण को लेकर अब पहले के मुकाबले ज्यादा विकल्प हो
जाएंगे। स्पूतनिक वी रिसर्च सेंटर ऑफ रशिया की ओर से बनाई गई है। इसे अपने
देश में डॉ रेड्डी प्रयोगशाला हैदराबाद की ओर से उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस वैक्सीन को लगवाने के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीयन करना होगा। यदि पहले
से पंजीयन नहीं कराए हैं। तो प्रीति नर्सिंग होम एंड मेटरनिटी सेंटर पर
पहुंचकर पंजीयन कराकर सीधे वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
इस वैक्सीन के लिए
सरकार की ओर से 1145 शुल्क निर्धारित किया गया है। यह भी स्पष्ट किया गया
कि कोरोनावायरस से चल रही लड़ाई में किसी भी वैक्सीन को लगवाया जा सकता है। प्रीति
हॉस्पिटल की संचालक डॉ रितु गुप्ता ने इस मौके पर जानकारी दी कि प्रयागराज
में स्थित प्रीति नरसिंह होम को सेंटर बनाने से सिर्फ जिले में ही नहीं
बल्कि आसपास के तमाम दूसरे शहरों के लोगों को भी फायदा मिलेगा। डॉ ऋतु
गुप्ता के मुताबिक स्पूतनिक वी वैक्सीन की डोज के लिए लोगों को प्री
रजिस्ट्रेशन कराना होगा। प्री रजिस्ट्रेशन डोज की उपलब्धता के आधार पर
तत्काल रजिस्ट्रेशन भी हो सकेगा। उन्होंने बताया कि लोगों को स्पूतनिक टीके
की दो डोज लगवानी होगी।
पहली और दूसरी डोज में 21 दिन का अंतर रखना होगा। एडिशनल
सीएमओ ने कहा है कि वैक्सीनेशन के कार्य में लगे स्टाफ को चाहिए कि
वैक्सीन की बर्बादी रोकें। ऐसा करके अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण कर
पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि महामारी से चल रही है जंग यदि जीतनी है
तो सभी को अपना टीकाकरण कराना होगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने की
कोशिश करनी होगी। इसके अतिरिक्त कोरोना से बचाव संबंधी सभी दिशा निर्देशों
का सख्ती से पालन करना होगा।