’परित्याग की गयी महिलाओं के अधिकार एवं कानूनों की जानकारी’’ विषय पर जागरूकता कार्यक्रम का किया गया आयोजन
लखनऊ। उ.प्र. राज्य महिला आयोग में ’’परित्याग की गयी
महिलाओं के अधिकार एवं महिलाओं से सम्बन्धित विभिन्न कानूनों की जानकारी’’
विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन उ.प्र. राज्य महिला आयोग की
अध्यक्ष, विमला बाथम की अध्यक्षता में किया गया। उक्त कार्यशाला का
शुभारम्भ आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम, उपाध्यक्ष (द्वय) सुषमा सिंह एवं अंजु चौधरी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जागरूकता
कार्यक्रम में भागीरथ वर्मा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष
कार्याधिकारी, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ ने उपस्थित होकर परित्याग
की गयी महिलाओं एवं महिलाओं से सम्बन्धित विभिन्न कानूनों की जानकारी के
साथ-साथ महिलाओं का घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम-2005, दहेज प्रतिषेध
कानून-1961, बच्चों का लौंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम (पास्को) 2012,
महिलाओं का कार्यस्थल पर यौन शोषण (निवारण प्रतिषेध एवं प्रतितोष) अधिनियम
2013, गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम 1971, पूर्व गर्भाधान और प्रसवपूर्व
निदान तकनीक अधिनियम 1994, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006, के सम्बन्ध
में विस्तार से जानकारी दी गयी, साथ ही उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया
कि प्रदेश के सभी जनपदों में उनका कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के
नाम से संचालित है जहॉ पर महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान की
जाती है।
भागीरथ वर्मा ने महिला आयोग द्वारा जनपद में आयोजित की जाने
वाली महिला जनसुनवाई में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की संचालित योजनाओं के
माध्यम से पीडित महिलाओं को विधिक सहायता उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में
विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम में उपस्थित आयोग के पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न कानूनों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। कार्यक्रम
के द्वितीय सत्र में उ.प्र. राज्य महिला आयोग के पदाधिकारियों की
मासिक बैठक का आयोजन किया गया। अध्यक्ष द्वारा मासिक बैठक में माह
जुलाई के दिनांक 09.07.2021 को आयोग पदाधिकारियों द्वारा प्रदेश के विभिन्न
जनपदों के महिला चिकित्सालयों, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्रों के निरीक्षण के कार्यों व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में दिनांक
23.07.2021 को आयोजित एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर कार्यक्रम की समीक्षा
की गयी। बैठक में आयोग द्वारा आगामी माह में किये जाने वाले विभिन्न
कार्यक्रमों पर विचार-विमर्श किया गया।