राजीव गांधी के प्रयासो से हुई थी भारत मे डिजिटल क्रांति की शुरुआत

जब राजीव के प्रयासो से भारत मे सुपर कम्प्यूटर और डिजिटल क्रांति की शुरुआत हुई साल था 1987, भारतीय पीएम US प्रेजिडेंट से मिले और कहा कि ये टेक्नालॉजी आप हमें भी दे दीजिए। प्रेजिडेंट तैयार नही हुए। लौट कर पीएम वापस आये और भारतीय वैज्ञानिकों के साथ बैठक की।

प्रेसिडेंट का उत्तर सुनाया। इसपर वैज्ञानिक बोले कि आप हम पर विस्वास क्यों नही करते? हमे फंड दीजिये हम कोशिश करेंगे। निर्णय बड़ा था और आंखों में सपना था। किसी तरह फंड की व्यवस्था की गई, अपने वैज्ञानिको को मौका दिया गया। हम जीत गए। महज तीन साल में ही तत्कालीन पीएम का सपना साकार हो गया, भारत की सीडैक ने पहला सुपर कम्प्यूटर परम्-8000 बना लिया।

भारत के वे प्रधानमंत्री थे स्व० राजीव गांधी और वर्ष था 1991 तथा वैज्ञानिक का नाम था विजय पी भाटकर जिन्हें भारतीय सुपर कम्प्यूटर का फादर कहा जाता है। आज 20 अगस्त, स्व० राजीव गांधी की जन्मजयंती पर उन्हें नमन।  

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