शिक्षा-चिकित्सा क्षेत्र में बदहाली जगजाहिर हो चुकी है भाजपा सरकार में- अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने झूठ बोलने के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। इस सरकार के अब चंद महीने ही शेष रह गए हैं। चलाचली की अपनी इस बेला में उन्होंने लोकतंत्र के पवित्र मंदिर सदन में भी असत्य से परहेज नहीं किया और छात्रों को एक करोड़ टेबलेट और परीक्षा भत्ता देने के साथ कई और लोकलुभावन वादे कर दिए है।
सच्चाई यह है कि चुनाव संकल्प-पत्र में किए गए तमाम वादों को भाजपा सरकार ने पूरा नहीं किया हैं। मुफ्त लैपटॉप और मुफ्त जी.बी. देने का वादा तक पूरा नहीं हुआ। विवेकानन्द इंटरनेट सेवा का क्या हुआ? किसान की आय दोगुनी नहीं हुई। नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है। भाजपा भटकाने के लिए कुछ भी कर सकती है। अपने पिछले बजट का 20 प्रतिशत भी खर्च न कर पाने वाली भाजपा सरकार अनुपूरक बजट लाई है ताकि समाज के विभिन्न वर्गों को कुछ न कुछ देने का बहाना देकर भ्रमित किया जा सके। विकास के तो कहीं दर्शन ही नहीं हो रहे हैं। इण्डो नेपाल सीमा पर 640 किलोमीटर सड़क पीडब्लूडी को बनानी है लेकिन 10 साल में मात्र 132 किलोमीटर सड़क बन पाई। दिसम्बर 2019 तक 27 प्रतिशत जमीन अधिग्रहीत करने का काम भी नहीं हो पाया। जो सड़क बनी उसकी गुण भी संतोषजनक नहीं है।
कुम्भ मेला के प्रबन्धन की डींग हांकने वाली भाजपा सरकार के समय करोड़ों के अपव्यय का राजफाश हो रहा है। स्कूल खुलने जा रहे हैं, जबकि अभी तक प्रदेश के 26 जिलों में डेस्क-बें खरीद की निविदाएं तक नहीं खोली गई है। भाजपा सरकार में शिक्षा-चिकित्सा क्षेत्र में बदहाली तो जगजाहिर हो चुकी है। विधानमण्डल के समक्ष पेश सीएजी रिपोर्ट में प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र के 11 सार्वजनिक उपक्रमों में बदहाली उजागर हुई है। इनकी संचित हानियां, 162,180.07 करोड़ तक पहुंच गई हैं। फर्रूखाबाद में खम्भा न तार, बिजली बिल आ रहा है। 90 हजार 124 घण्टे बिजली देने का वादा करके सपा सरकार में मिलने वाली बिजली की सप्लाई भी सुनिश्चित नहीं रख पाई भाजपा सरकार। बड़ी-बड़ी बातें करने वाली भाजपा सरकार का रिकार्ड यह है कि अपने पूरे कार्यकाल में उसने एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया।
कैसा मजाक है कि उज्ज्वला का चूल्हा भी ठण्डा पड़ गया है। डबल इंजन सरकार सब्सिडी भी निगल गई है। एक बार फिर गैस सिलेण्डर पर 25 रूपये बढ़त से रसोई का बजट ध्वस्त हो गया है। खुद को नम्बर वन कहने वाले कैसे बता दें कि गरीब अपना घर कैसे चलाएं? भाजपा सरकार ने आते ही गरीब महिलाओं के लिए पेंशन योजना रोक दी। विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों का सम्मान भी भाजपा सरकार को रास नहीं आया। विकास विरोधी और जनविरोधी भाजपा सरकार के अब चार दिन ही बचे हैं। संकल्प पत्र के वादा खिलाफी का जनता सन्2022 में वोट से समुचित जवाब देगी। जनता साढ़े चार साल में भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरे से भलीभांति वाकिफ हो चुकी है। अब वह किसी मुगालते में आने वाली नहीं है।