'जल जीवन मिशन' में महाघोटाले की गवाही दे रहे जल निगम के आंकड़े- संजय सिंंह
लखनऊ। सरकार की ओर से नोटिस और मुकदमा दर्ज कराने के बावजूद आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सांसद जल जीवन मिशन में महाघोटाले के खिलाफ खामोश होने को तैयार नहीं हैं। बुधवार को प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता करके उन्होंने जल जीवन मिशन और जल निगम में एक ही कार्य के अलग-अलग रेट पेश करके हजारों करोड़ के इस महाघोटाले की परत दर परत उधेड़ दी।
सवाल उठाया-जो काम जल निगम कर रहा है, वही काम जल जीवन मिशन के माध्यम से 2 गुना, 3 गुना दर पर क्यों करा रहे हैं? दो टूक कहा कि सरकार मुकदमा कराए या एनकाउंटर, जब तक उनमें जान है पानी चोरों को जेल भिजवाने के लिए लड़ते रहेंगे। 25अगस्त को इस महाघोटाले के खिलाफ आप मटका फोड़ो आंदोलन करेगी। संजय सिंंह ने कहा कि प्रदेशवासियों को पीने का साफ पानी मुहैया कराने के नाम पर यूपी में हजारों करोड़ का घोटाला किया जा रहा है। जब मैंने इसका खुलासा किया तो सरकार बौखला गई। इसी बौखलाहट में मुझेे नोटिस भेजने सहित मुझपर मुकदमा भी दर्ज कराया गया। योगी आदित्यनाथ के जिस सबसे करीबी मंत्री डा. महेंद्र सिंंह की देखरेख में यह पूरा घोटाला हो रहा है, वो मुझे अनपढ़ तक बोल चुके हैं। मेरी माइनिंंग इंजीनियरिंग की पूरी पढ़ाई अब मेरे काम आ रही है और मैंने इस महाघोटाले का एक-एक सबूत खोदकर निकालना शुरू कर दिया है।
इसी कड़ी में कुछ नई जानकारियां सामने आईं हैं, जो पानी चोरों की पूरी कलई खोल कर रख देंगी। संजय सिंंह ने ये जानकारियां मीडिया के आगे रखते हुए कहा कि सरकार के दो विभागों में एक ही काम के रेट में ज़मीन-आसमान का फर्क है। जल निगम में परिसर में मिट्टी भराई 150 रुपये प्रति घन मीटर होती है वही मिट्टी भराई महेंद्र सिंह के जल जीवन मिशन में ₹521 प्रति घन मीटर होती है। जल निगम जो 225 किलो लीटर का ओवरहेड टैंक 32 लाख 36 हजार रुपए में बनाता है वही जल जीवन मिशन में 41 लाख 64 हजार रुपये में बनाया जाता है । नाली निर्माण का काम हो या पाइप खरीद का, सबमें इसी तरह की मनमानी की गई है। ऐसे 18 कामों की सूची है। अब आप ही बताइए, ये महा घोटाला है कि नहीं। ये महाभ्रष्टाचार है कि नहीं। ये उत्तर प्रदेश की जनता के पैसे में लूट है कि नहीं। ये पानी चोरी का काम आदित्यनाथ सरकार और उनके सबसे करीबी मंत्री महेंद्र सिंह कर रहे हैं कि नहीं कर रहे हैं ? इन सवालों का जवाब उनको देना चाहिए।
संजय सिंंह ने कहा कि जो काम जल निगम कर रहा है वही काम जल जीवन मिशन के माध्यम से 2 गुना, 3 गुना अधिक दर पर या 40%, 50% दाम बढ़ाकर क्यों करा रहे हैं। इसके पीछे कितनी कमीशनखोरी है, यह हम जानना चाहते हैं । संजय सिंंह ने कहा कि जल निगम में ठेकेदार -30%,-20%,-21%, -16% में काम कर रहे हैं यानी की स्वीकृति दर से 30% कम पर काम कर रहे हैं और जल जीवन मिशन में जहां बड़े पैमाने पर काम है वहां पर ठेकेदार -0.8%, -0.13%, -0.12% में काम कर रहे हैं। जल निगम विभाग में ठेकेदार स्वीकृति दर से 30% कम पर जो काम कर रहे हैं वही कार्य मंत्री डॉ. महेंद्र सिंंह के आशीर्वाद से जल जीवन मिशन में एनसीसी लिमिटेड, गायत्री प्रोजेक्ट से लेकर मेघा इंजीनियरिंग जैसी कंपनियां -0.13%, -0.12%, -0.18% पर काम कर रही हैं। संजय सिंंह ने बताया कि जल जीवन मिशन में जिन कंपनियों को काम मिला है वो दूसरे प्रदेशों की हैं। आश्चर्य की बात यह है कि यह सभी कंपनियां कोई हैदराबाद, कोई अहमदाबाद, कोई तेलंगाना और कोई मुंबई की हैं।
आखिर, डॉ महेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश के लोगों से नफरत क्यों है? क्या उत्तर प्रदेश के अंदर कोई एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो इस जल जीवन मिशन के अंतर्गत काम कर सके? मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह को प्रदेश की जनता को इसका जवाब देना चाहिए। संजय सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान इस महाघोटालेे के खिलाफ जमीन पर संघर्ष छेड़ने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, लोकायुक्त सहित सीबीआई के निदेशक से कर चुका हूं। रोज इस घोटाले की परतें उघाड़ रहा हूं। ऐसे में अगर 24 अगस्त तक इस महाघोटाले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो योगी राज में उनके मंत्री और अफसरों द्वारा की जा रही इस पानी चोरी के खिलाफ आम आदमी पार्टी 25 अगस्त को सड़क पर उतरेगी। पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता मटका फोड़ कर पानी चोरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवाज बुलंद करेंगे। इसके बाद भी दोषियों पर एक्शन न लिया गया तो हम और अगर उसके बाद भी नहीं मानते हैं तो हम न्यायालय जाएंगे।