मुख्य सचिव की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक आयोजित
लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित
प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक में आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड, नये
मेडिकल कालेजों की स्थापना, चकगंजरिया लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी
चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर की स्थापना
तथा आजमगढ़, अलीगढ़ एवं सहारनपुर में विश्वविद्यालय की स्थापना एवं निर्माण
की प्रगति की समीक्षा की गई।
अपने
संबोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि आयुष्मान भारत
गोल्डेन कार्ड योजना की प्रगति बढ़ी है लेकिन इसे और बढ़ाये जाने की जरूरत
है। उन्होंने कहा कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के बारे में जन सामान्य को
जागरूक किया जाये। नये
मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की प्रगति समीक्षा में उन्होंने सभी मेडिकल
कॉलेज का निर्माण निर्धारित समय सारिणी के अनुसार ही पूरा करने के निर्देश
देते हुये कहा कि इसमें किसी भी प्रकार का विलंब होने पर कार्यवाही की
जायेगी तथा विलंब के लिए दोषी अधिकारियों का उत्तरदायित्व भी निर्धारित
किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों की प्रगति लक्ष्य से कम है, उन
कार्यों का दैनिक आधार पर भौतिक वित्तीय लक्ष्य निर्धारित कर प्रगति
समीक्षा की जाये तथा मशीनरी एवं मैनपावर बढ़ाकर बैकलाग को जल्द से जल्द पूरा
किया जाये।
आजमगढ़,
अलीगढ़ एवं सहारनपुर में नये विश्वविद्यालय की स्थापना एवं निर्माण की
समीक्षा में बताया गया कि अलीगढ़ में निर्माण कार्य शुरू हो गया है तथा
सहारनपुर एवं आजमगढ़ में कार्यवाही प्रगति पर है। चकगंजरिया लखनऊ में अटल
बिहारी बाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है, जिसके लिए
एलडीए द्वारा 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। परियोजना के निर्माण के लिए
लो0नि0वि0 को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। विश्वविद्यालय के लिए
कुलपति, कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी के पद सृजित कर दिये गये हैं तथा
कार्यालय संचालन के लिए 35 पदों के सृजन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। आयुष्मान
भारत गोल्डेन कार्ड योजना की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि 46 प्रतिशत
लक्षित लाभार्थी परिवारों में कम से कम एक आयुष्मान कार्ड अवश्य बना है तथा
औसत से कम प्रगति वाले क्लस्टर्स को चिन्हित कर 16 सितंबर, 2021 से चल रहे
15 दिन के विशेष अभियान में अभी तक 319161 नये कार्ड बनाये जा चुके हैं। अन्त्योदय के 40 लाख लाभार्थियों को भी इसमें शामिल किया गया है। निर्माण
कार्यों में लगे मजदूरों के भी करीब 50000 कार्ड बनाये गये हैं।
आयुष्मान
भारत गोल्डेन कार्ड योजना की प्रगति समीक्षा में यह भी बताया गया कि
गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए 02 अतिरिक्त एजेन्सियों कलर प्लास्ट व जेफिर को
भी लगाया गया है जोकि गांवों में जाकर मौके पर ही कार्ड बनाकर लाभार्थियों
को वितरित करेंगी। मुख्य सचिव ने सुझाव दिया कि आयुष्मान भारत गोल्डेन
कार्ड के लाभार्थियों के लिए चिकित्सालयों में ओपीडी पंजीयन, लैब जांच व
मेडिसिन वितरण में सहूलियत के लिए अलग काउन्टर बनाये जाये। बैठक में बताया
गया कि बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली, हाथरस, महोबा, सहारनपुर, अमेठी, हापुड़,
कासगंज एवं पीलीभीत में सर्वाधिक आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं। हेल्थ
एण्ड वेलनेस सेन्टर की स्थापना की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि प्रदेश
में अब तक लगभग 8838 स्वास्थ्य इकाईयों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के
रूप में उच्चीकृत किया गया है। माह मार्च, 2022 तक करीब 15624 हेल्थ एण्ड
वेलनेस सेन्टर स्थापित किये जाने का लक्ष्य है। इन केन्द्रों द्वारा 12
प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जायेगी तथा इस समय 07 सेवाएं
प्रदान की जा रही है तथा माह मार्च, 2022 तक 05 शेष सेवाएं भी शुरू कर दी
जायेंगी।