कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री ने जारी किये दिशा-निर्देश

लखनऊ। एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की रणनीति कोविड से बचाव में अत्यंत कारगर रही है। उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है जहां अब तक 08 करोड़ 01 लाख से अधिक सैम्पल की कोविड जांच हुई है, जबकि कोविड टीकाकरण की पहली डोज प्राप्त करने वालों की संख्या 09 करोड़ से अधिक हो चुकी है। यह दोनों ही तथ्य कोविड से लड़ाई में उत्तर प्रदेश की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।

इस कार्य में स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। आम नागरिकों का सहयोग भी लगातार प्राप्त हो रहा है। नियोजित कोशिशों से कोरोना की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। आज 42 जनपदों में एक भी एक्टिव केस नहीं है, जबकि 11 जिलों में एक-एक एक्टिव केस शेष हैं। विगत 24 घंटे में हुई 01 लाख 72 हजार 447 सैम्पल की टेस्टिंग में 67 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया। कुल 11 नए संक्रमित मरीज पाए गए, जबकि 17 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 138 रह गई है, जबकि 16 लाख 86 हजार 904 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं। बेहतर स्थिति बनाये रखने के लिए दूसरे प्रदेशों से आ रहे लोगों की समुचित जांच की जाए।

प्रदेश में अब तक 11 करोड़ 45 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं।02 करोड़ 38 लाख से अधिक लोगों ने टीके की दोनों डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार, 16 फीसदी से अधिक लोग पूरी तरह टीकाकवर प्राप्त कर चुके हैं। जबकि 61 फीसदी से अधिक लोगों ने कम से कम एक डोज लगवा ली है। दूसरे डोज के लिए पात्र लोगों को समय से टीकाकवर दिया जाए। वैक्सीन की उपलब्धता बनाए रखने के लिए भारत सरकार से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। जनपद अमेठी, अमरोहा, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बहराइच, बस्ती, भदोही, देवरिया, एटा, इटावा, फतेहपुर, गाजीपुर, गोंडा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, कानपुर देहात, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुर-खीरी, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मऊ, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रायबरेली, रामपुर, संतकबीरनगर, श्रावस्ती, सीतापुर, सोनभद्र, उन्नाव, सुल्तानपुर और वाराणसी में कोविड का एक भी मरीज शेष नहीं है। यह जनपद आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं।

मेडिकल आवश्यकताओं के दृष्टिगत ऑक्सीजन उत्पादन में उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भर होने की ओर अग्रसर है। कोरोना काल की चुनौतियों के बीच केंद्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से निर्माणाधीन 548 में से 497 ऑक्सीजन प्लान्ट अब तक क्रियाशील हो चुके हैं। इसमें पीएम केयर से प्रस्तावित 127 में से 126 प्लान्ट भी सम्मिलित हैं। शेष प्लांट के स्थापना कार्य को तेज किया जाए। डेंगू, डायरिया, कॉलरा सहित विभिन्न वायरल बीमारियों से बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का कार्य सतत जारी रखें। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं। सर्विलांस को बेहतर करते हुए हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाए।पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर प्रदेश के 16 असेवित जनपदों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के कार्य को तेज किया जाए। बहुत जल्द प्रदेश के सभी 75 जिलों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज जरूर होगा। प्रदेशवासियों को सुगमता के साथ गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की दिशा में यह प्रयास बहुत अहम सिद्ध होंगे।

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