अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन से मिलकर इंसाफ के लिए की गई गुहार हुई व्यर्थ
मेरठ/ लखनऊ। अपराध और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई समझौता ना करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तमाम दावों की चौतरफा धज्जियां उड़ रही है।
ऐसा ही एक मामला मेरठ जिले का हैं जहां पल्लवपुरम थाने के दुल्हैड़ा चौहान गांव के रहने वाले मनोज चौहान के जमीन के हुए फर्जी बैनामे और उनके साथ हुई ठगी को लेकर उसकी बहन सुमन चौहान ने 15 सितंबर को अपने पति ओमकार चौहान और भाई मनोज चौहान के साथ जाकर अपर पुलिस महानिदेशक ( मेरठ जोन ) से मुलाकात किया था ताकि ठगी और धमकी के इस दोहरे मामले में सक्षम कानूनी कार्रवाई हो। इसके पूर्व उन्होंने मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ परिक्षेत्र से मिलकर अपने भाई मनोज के साथ ठगी के मामले की सक्षम एवं निष्पक्ष जांच की मांग किया था लेकिन सुमन का आराेप है कि इन दोनों वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसमें कोई रुचि नहीं लिया।
अपर पुलिस महानिदेशक ( मेरठ जोन ) ने इस मामले पुलिस अधीक्षक (नगर ) के जिम्मे जांच सौंपी लेकिन उन्होंने सब कुछ उसी पल्लवपुरम थाने को सौंप दिया जो घटना के बाद ठगों से मिलकर पूरे मामले को दबाना चाहती हैं।ओमकार ने जो तथ्य और दस्तावेज सामने रखे है उसके अनुसार मेरठ जिले के पल्लवपुरम थाने में मनोज चौहान के साथ हुई ठगी के मामलें में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट: 63/25.3.2021, धारा 420 और धारा 406 में पुलिस कोई जांच –पड़ताल नहीं कर रही है। एफ.आई.आर. में जिन सोमी, नीरज, वीरेंद्र, सुनील, वीरू, संदीप आरोपी है। उनसे पुलिस कोई पूछताछ नहीं कर रही हैं। मामले की गंभीरता यह है कि मानसिक रुप से मन्दित युवक मनोज की 0.3178 हे0.जमीन का कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर छलपूर्वक सोमी नामक व्यक्ति के नाम मुख्तारनामा बना दिया गया।
इसके बाद इसकी बिक्री करा दी गई, पीड़ित मनोज के जमीन के फर्जी बैनामे और रू.27लाख 35हजार की हुई इस ठगी को लेकर कोई कार्रवाई न होने से अभियुक्तों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे अब खुलेआम उनके रिश्तेदार /आश्रयदाता ओमकार चौहान को भी धमका रहे है। गाजियाबाद पुलिस भी धमकीबाज सुरेंद्र चौहान उर्फ नीटू के खिलाफ कानूनी कारवाई करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है जिसके चलते आज ओमकार चौहान, उनकी पत्नी सुमन और मनोज को अपने बचाव के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (मेरठ जोन) की शरण में गए लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी ठगी के अभियुक्त छुट्टा घूम रहे हैं।
प्रस्तुति : नैमिष प्रताप सिंह