पिछली सरकारों के लिए परिवार व खानदान ही था प्रदेश- मुख्यमंत्री योगी
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के सामाजिक सम्पर्क अभियान के अनवरत क्रम में गुरूवार को गन्ना संस्थान में आयोजित सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के कालखंड में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया में बदनाम हुआ। आये दिन दंगे होते थे, अराजकता का वातावरण था। उद्यमी निवेश नहीं करना चाहते थे । भाजपा सरकार ने इस धारणा को बदला है। साढ़े चार साल में एक भी दंगा नहीं हुआ। सभी पर्व व त्योहार शांति के साथ मनाए जा रहे हैं। दंगाइयों को भी अच्छी तरह से भान हो चुका है कि किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो भरपाई करने में सात पीढ़ियां बीत जाएंगी। आज उत्तर प्रदेश आर्थिक ताकत के रूप में उभरा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था 17 वें पायदान से दूसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को यहां गन्ना शोध संस्थान में आयोजित भाजपा के सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन, पिछड़ा वर्ग को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्यसभा सभा सांसद कैलाश, भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र कश्यप आदि मौजूद थे।
योगी ने कहा कि 2017 से पहले की सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों के लिए अपना परिवार, खानदान और जाति ही सब कुछ था। समाज से कोई लेना-देना नहीं था। प्रदेश का मुख्यमंत्री दोपहर 12 बजे तक सोकर उठता था। ऐसा व्यक्ति जिसे समाज की कोई व्यावहारिक जानकारी नहीं है, वह जनता के बारे में भला क्या सोचेगा? दंगाइयों के ऐसे सरपरस्तों की सरकार बनने पर क्या उम्मीद की जा सकती है? भाजपा और उनकी कार्यशैली में अंतर साफ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में सभी प्रमुख दलों को शासन करने का अवसर मिला। कांग्रेस ने लंबे समय तक शासन किया। सपा और बसपा को भी 3-3 और 4-4 बार शासन का अवसर मिला। 2014 से पहले देश और 2017 से पहले की प्रदेश की तस्वीर किसी से छिपी नहीं है। इन सरकारों की कार्य शैली का विश्लेषण कर समाज को बताना होगा कि देश और प्रदेश में क्यों आज भाजपा सरकार आवश्यक है। कांग्रेस पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले देश में असंतोष का वातावरण था।
कांग्रेस के शासन में रोज-रोज घोटाले सामने आते थे। देश की सीमाएं असुरक्षित थीं। युवाओं के समक्ष पहचान का संकट था। कोई महामारी आती थी तो दवा व उपचार की व्यवस्था नहीं थी। वहीं सदी की सबसे बड़ी कोरोना महामारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों के दुख में भागीदार रहे और लगातार जनता से संवाद करते रहे। यूपी कोरोना से निपटने का सबसे बेहतरीन माडल बना। भाजपा सरकार ने लोगों का जीवन और जीविका बचाई। गरीबों को हर सुविधा दी। आज हम लगभग 13 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन कर चुके हैं। यह सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पर्व व त्योहार पहले कमाई का जरिया बनते थे। लेकिन उसी समय दंगे होते थे, दंगाइयों को सत्ताधारी दल के लोग प्रश्रय देते थे। व्यापारी को न्याय नहीं मिलता था, उनके मुकदमे दर्ज नही होते थे, उल्टे केस जरूर दर्ज हो जाता था। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो परिवर्तन आया है। निवेश, रोजगार और हर व्यापारी को सुरक्षा दी जा रही है। समाज के हर तबके को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या यह सुरक्षा का वातावरण सपा, बसपा, कांग्रेस और ओवैसी दे पाएंगे? मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने शासन में प्रदेश को दंगे की आग में झोंक कर सामाजिक ताना बाना छिन्न-भिन्न करने वालों के सुर चुनाव करीब आते ही बदलने लगे हैं। इनसे सतर्क रहना होगा क्यों कि अब यह लोग नये-नये नारे के साथ आएंगे। समाज को तोड़ेंगे, अराजकता का माहौल पैदा करेंगे और फिर वही दंगे अराजकता फैलाएंगे। पिछली सरकारों की खराब कानून व्यवस्था पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की तुलना में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हालात चिंताजनक थे। पेशेवर गुंडों की अराजकता के भय से बेटियां स्कूल-कालेज नहीं जा पाती थी। आज किसी ने ऐसी जुर्रत की तो उसके लिए संकट खड़ा हो जाएगा।