श्री रामलला के दर्शन अवधि बढ़ाये जाने पर सहमत नही राम मंदिर ट्रस्ट
अयोध्या। राम जन्म भूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण के प्रति लोगों की आस्था दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोरोना काल के बाद पहली बार कार्तिक मेले को लेकर ट्रस्ट ने अनुमान बताया कि परिक्रमा मेले के दौरान 50 हजार लोग राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश किए थे। तो वही दीपावली के दूसरे दिन अन्न कूट मनाने के लिए 20 हजार श्रद्धालुओं ने श्री रामलला का दर्शन किया था। और आज भी हजारों की भक्त रामलला का दर्शन कर रहे हैं।
राम नगरी में भगवान श्री राम की भव्य मंदिर निर्माण के साथ श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है प्रत्येक दिन लाखों की तादात में लोग भगवान श्री रामलला का दर्शन करने की इच्छा लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। लेकिन समय की उपलब्धता पूरी न होने के कारण बहुत से लोग रामलला के दरबार नहीं पहुंच पा रहे है। इसको लेकर लगातार सुरक्षा अधिकारियों व राम जन्मभूमि ट्रस्ट के बीच बैठक के दौरान समय को बढ़ाए जाने की योजना पर विचार किया गया। वही राम मंदिर ट्रस्ट इस योजना पर सहमत नहीं है।राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अन्य मंदिरों की अपेक्षा राम जन्मभूमि परिसर में भी दर्शन की अवधि को बढ़ाए जाने के बारे में सोचता है।
सुरक्षा के अधिकारी भी मानते हैं लेकिन अयोध्या के लोग इससे भली भांति जानते हैं कि 5 जुलाई 2005 में जिस प्रकार से आतंकवादी हमला हुआ उसके बाद भी दो चार बार कुछ लोग पकड़े गए है इसका विकल्प नहीं है। वही बताया कि दर्शन अवधि बढ़ाए जाने के बाद अंधेरे में जांच-पड़ताल की कार्रवाई कैसे पूरी की जा सकती है। हमें सभी कठिनाइयों को समझना है हनुमानगढ़ी कनक भवन जैसी स्थिति राम जन्मभूमि पर नहीं है। क्योंकि अगर कोई खुराफाती दिमाग करने वाला व्यक्ति जनता के बीच घटना कर क्या करने का कार्य करेगा। ऐसी परिस्थिति में कोई सलाह नहीं दिया जा सकता है। ठाकुर जी की सुरक्षा जनता के जानमल की सुरक्षा अयोध्या के व्यापारियों की सुरक्षा जरूरी है इसलिए लोग दिन में आए दर्शन करें।